Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य – भारत में गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) को राष्ट्रीय अवकाश होता है। 26 जनवरी 1950 को भारत सरकार अधिनियम 1935 को को हटाकर भारत का संविधान लागू हुआ था। इस तरह से यह राष्ट्र नवगठित गणराज्य में बदल गया। 26 नवंबर 1949 को भारतीय संविधान सभा द्वारा संविधान को अपनाया गया और 26 जनवरी 1950 को एक स्वतंत्र गणतंत्र बनने की दिशा में देश के परिवर्तन को पूरा करते हुए एक लोकतांत्रिक शासन प्रणाली के साथ लागू हुआ। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के लिए तारीख के रूप में इसलिए चुना गया था क्योंकि इसी दिन साल 1929 में ब्रिटिश शासन द्वारा प्रस्तावित डोमिनियन स्टेटस के विरोध में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज्य की घोषणा की थी।
Republic Day 2021: गणतंत्र दिवस से जुड़े महत्वपूर्ण तथ्य भारत को कैसे मिली थी स्वतंत्रता:
काफी सालों तक चले भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के बाद भारत ने 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश राज से स्वतंत्रता प्राप्त की। यह स्वतंत्रता भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम 1947 (10 और 11 जिओ 6 सी 30) के अनुसार मिली थी, जिसे ब्रिटिश सरकार द्वारा पारित किया गया था।
कैसे मनाया जाता है गणतंत्र दिवस का राष्ट्रीय पर्व?:
मुख्य गणतंत्र दिवस समारोह भारत की राजधानी नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से पहले राजपथ पर आयोजित जाता है। इस दिन राजपथ पर परेड किया जाता है, जो भारत की विविधता में एकता एवं समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को श्रद्धा- सुमन अर्पित करती है।
दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड होता है मुख्य आकर्षण का केंद्र:
दिल्ली गणतंत्र दिवस परेड देश की राजधानी नई दिल्ली में रक्षा मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाती है। इंडिया गेट के सामने राजपथ पर राष्ट्रपति भवन, रायसीना हिल्स के द्वार से शुरू होने वाला यह परेड भारत के गणतंत्र दिवस समारोह का मुख्य आकर्षण है, जो तीन दिनों तक चलता है। परेड में भारत की रक्षा क्षमता, सांस्कृतिक और सामाजिक विरासत को दिखाया जाता है।
नौसेना और वायु सेना सहित भारतीय सेना के नौ से बारह अलग-अलग रेजिमेंट बैंड के साथ अपने आधिकारिक सजावट में मार्च करते हैं। वे भारत के राष्ट्रपति जो भारतीय सशस्त्र बलों के सर्वोच्च सेनापति होते हैं, को सलामी लेते हैं। भारत के विभिन्न अर्ध-सैन्य बलों और पुलिस बलों के बारह दल भी इस परेड में हिस्सा लेते हैं।
29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट समारोह का होता है आयोजन:
बीटिंग रिट्रीट समारोह को आधिकारिक तौर पर गणतंत्र दिवस उत्सव के अंत के रूप में दर्शाने के बलिए आयोजित किया जाता है। यह गणतंत्र दिवस के बाद तीसरे दिन 29 जनवरी की शाम को आयोजित किया जाता है। यह सेना के तीनों विंग भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वायु सेना के बैंड द्वारा किया जाता है। इसका आयोजन रायसीना हिल के पास पास विजय चौक पर होता है।
समारोह के मुख्य अतिथि भारत के राष्ट्रपति होते हैं जो एक घुड़सवार सेना की इकाई (पीबीजी) के साथ आते हैं। जब राष्ट्रपति आते हैं तो पीबीजी कमांडर अपने यूनिट को राष्ट्रीय सलामी देने के लिए कहता है, जिसके बाद सेना द्वारा राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ गाया जाता है।
देश के अन्य जगहों पर भी होता है पर्व का माहौल:
इसके अलावा देश भर में भी पर्व का माहौल होता है। देश भर के स्कूलों, राजकीय एवं राष्ट्रीय भवनों तथा राजकीय एवं राष्ट्रीय कार्यालयों में झंडे फहराए जाते हैं और राष्ट्रगान भी गाया जाता है। विभिन्न स्कूलों में सांस्कृतिक कार्यक्रम और देशभक्ति गीतों का आयोजन भी किया जाता है।